SDO kaise bane: यदि आप सिविल सर्विसेस में जाना चाहते है और अपना करियर SDO के पद पर बनाना चाहते है तो इसके लिए आपको कड़ी मेहनत और लगन की आवश्यकता है आज के इस आर्टिकल में हम आपको SDO बनने से सम्बंधित सभी जानकारियां प्रदान करेंगे इसलिए आर्टिकल SDO kaise bane को अंत तक जरूर पढ़ें.
SDO का फुल फॉर्म क्या होता है?
SDO का फुल फॉर्म Sub–Divisional Officer होता है इसे हिंदी में उप-विभागीय अधिकारी कहते है.
SDO कौन होता है?
राज्य के प्रत्येक जिले में कई ब्लाक होते है जिनमे कई विभाग होते है जैसे- बिजली विभाग, सिंचाई विभाग, तार विभाग, PWD का ऑफिसर आदि एक SDO उसी विभाग में प्रमुख अधिकारी होता है जो अपने विभाग से सम्बंधित सभी प्रकार की समस्याओं का निवारण करता है.
SDO अपने से नीचे आने वाले अधिकरियों को निर्देश देता है यदि किसी अधिकारी के खिलाफ सिकायत दर्ज होती है तो SDO ही उसकी सुनवाई करता है SDO की पोस्टिंग राज्य के किसी भी जिले में हो सकती है.
Public Service commission अर्थात लोक सेवा आयोग द्वारा राज्य मे प्रत्येक वर्ष SDO पद के लिए परीक्षाएं आयोजित की जाती है जिसके माध्यम से SDO की नियुक्ति की जाती है.
SDO बनने के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए?
SDO बनने के लिए उम्मीदवार में निम्नलिखित योग्यताये होनी चाहिए जो इस प्रकार है-
शैक्षणिक योग्यता
SDO बनने के लिए उम्मीदवार को 10वी और 12वी के बाद किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त करनी होगी बिना ग्रेजुएशन के आप SDO नहीं बन सकते हैं.
उम्र-सीमा
- SDO बनने के लिए उम्मीदवार की आयु 21 वर्ष से 30 वर्ष के बीच होनी चाहिए.
- आरक्षित वर्ग में OBC के लिए अधिकतम उम्र सीमा में 3 वर्ष की छूट और SC/ST के लिए 5 वर्ष की छूट का प्रावधान है.
- साथ ही उम्मीदवार भारत का नागरिक होना चाहिए.
SDO पद हेतु चयन प्रक्रिया क्या है?
SDO पद हेतु आपको कई स्टेप्स फॉलो करने होंगे जोकि निम्नलिखित हैं-
आवेदन प्रक्रिया
SDO बनने के लिए सबसे पहले आपको लोक सेवा आयोग द्वारा निकाली गयी भर्तियों में से SDO पद के लिए आवेदन करना होगा इसके लिए जब वैकेंसी निकाले तो आप ऑनलाइन आवेदन भी कर सकते है इसके बाद आपको परीक्षा की तिथि पता करते रहना चाहिए.
प्रारम्भिक परीक्षा
यह परीक्षा ऑफलाइन होती है और ऑब्जेक्टिव होती है जो 200 मार्क्स की होती है इसमें GK,GS, reasoning आदि विषयों से प्रश्न पूछे जाते है और 1/3 नेगेटिव मार्किंग होती है.
मुख्य परीक्षा
मुख्य परीक्षा सब्जेक्टिव होती है और प्रारम्भिक परीक्षा से कठिन होती है इसमें एक प्रश्न पत्र वैकल्पिक विषय का होता है और चार अनिवार्य विषय के होते है यह परीक्षा लिखित होती है जिसे पास करके आप अगले चरण के लिए जा सकते है.
इंटरव्यू
इंटरव्यू एक प्रकार का पर्सनालिटी टेस्ट होता है जिसमे आपकी मानसिक शक्ति और तार्किक शक्ति का परीक्षण किया जाता है आपसे कुछ सवाल पूछे जाते है इसमें आपकी रुचियों से सम्बंधित प्रश्न भी पूछे जाते है जिसके आधार पर उम्मीदवार को अंक प्रदान किये जाते है.
यह अंतिम चरण पास करने के बाद मेरिट लिस्ट जारी की जाती है और उसी के आधार पर SDO की नियुक्ति होती है.
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SDO की सैलरी कितनी होती है?
SDO पद पर नियुक्त होने के बाद आपकी शुरूआती सैलरी लगभग 59,000 से 76,000 रुपये प्रतिमाह हो सकती है सैलरी के साथ ही SDO को कई सुविधाए दी जाती है जैसे- मुफ्त आवास, मुफ्त बिजली, नौकर, फ्री यात्रा, वाहन और ड्राइवर, पानी, परिवार का निशुल्क इलाज आदि रिटायर्मेंट के बाद पेंशन की सुविधा भी दी जाती है.
उम्मीद है कि आपको आज का हमारा आर्टिकल SDO kaise bane पसंद आया होगा यदि आप ऐसे ही किसी अन्य विषय के बारे में जानना चाहते है तो आप हमें कमेंट कर सकते है.