कुछ लोगों की दिलचस्पी पढा़ई में अधिक होती है और वे अपना करियर शिक्षा के क्षेत्र में ही बनाना चाहते हैं यदि टीचिंग आपका पैशन है और आप शिक्षा के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं तथा प्रिंसिपल बनना चाहते है तो आज का यह आर्टिकल आपके लिए ही है इसमें हम आपको स्कूल प्रिंसिपल बनने से सम्बंधित सारी जानकारी देंगे इसलिए आर्टिकल “स्कूल प्रिंसिपल कैसे बनें?” को अंत तक जरूर पढ़ें.
स्कूल प्रिंसिपल कौन होता है?
किसी भी विद्यालय में शिक्षा व्यवस्था देखने के लिए एक विशेष पद होता है जिसे प्रिंसिपल कहते हैं जिसका कार्य विद्यार्थियों की समस्याओं का समाधान करना, विद्यार्थियों में निहित कमियों को दूर करना, विद्यालय की स्वच्छता, गतिविधियों, और प्रशासनिक कार्यों पर निगरानी बनाए रखना, शिक्षा के विकास पर कार्य करना तथा विद्यालय में अनुशासन बनाए रखना होता है.
एक प्रिंसिपल को विद्यालय का प्रशासनिक नेतृत्व करना होता है जिससे विद्यालय में शैक्षिक गतिविधियां सुचारू रूप से संचालित की जा सके और विद्यार्थियों की पढाई में किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो.
स्कूल प्रिंसिपल बनने के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए?
स्कूल प्रिंसिपल बनने के लिए आपके पास निम्नलिखित योग्यताएं होनी चाहिए जो इस प्रकार है-
- स्कूल प्रिंसिपल बनने के लिए सबसे पहले आपको 12वीं किसी भी स्ट्रीम में 50% अंकों के साथ उत्तीर्ण करनी होगी.
- इसके बाद किसी भी स्ट्रीम में किसी भी विषय के साथ ग्रेजुएशन कम्प्लीट करना होगा.
- इसके बाद B.Ed कोर्स करना होगा जोकि दो साल का होता हैं जिसमे आपको टीचिंग से सम्बंधित ज्ञान प्रदान किया जाता है.
- इसके बाद आपको सीटेट और टीईटी जैसी परीक्षाएं पास करके टीचर की पदवी हासिल करनी होगी.
- इसके बाद न्यूनतम 10 वर्ष का अनुभव हो जाने पर प्रिंसिपल के लिए आवेदन करना होगा.
- आवेदन के पश्चात् यदि आप योग्य पाए गए तो आपको स्कूल प्रिंसिपल के पद पर नियुक्त कर दिया जायेगा.
स्कूल प्रिंसिपल कैसे बने?
स्कूल प्रिंसिपल बनने के लिए सबसे पहले आपको 12वीं किसी भी स्ट्रीम में 50% अंकों के साथ उत्तीर्ण करनी होगी और फिर किसी भी स्ट्रीम में ग्रेजुएशन कम्प्लीट करना होगा उसके बाद B.Ed करना होगा जोकि दो साल का कोर्स होता हैं इस कोर्स में प्रवेश लेने के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम देना होता है जिसके बाद आपका एडमिशन होता है.
इसके बाद आपको सीटेट और टीईटी जैसी परीक्षाएं पास करके टीचर की पोस्ट हासिल करनी होगी जिसके पश्चात 10 से 15 साल का अनुभव हो जाने पर आप प्रिंसिपल के पद हेतु आवेदन कर सकते हैं आवेदन के पश्चात इंटरव्यू आयोजित किया जाएगा जिसमें पास होने के बाद आप प्रिंसिपल बन सकेंगे यह बहुत ही प्रतिष्ठित पद होता है जिसके लिए आपको अच्छा खासा वेतन दिया जाता है.
सीटेट या टीईटी परीक्षा के लिए योग्यता क्या होती है?
यदि आपके पास ग्रैजुएशन और बीएड की डिग्री है तो आप सीटेट या टीईटी की परीक्षा देने के योग्य हो जाएंगे और फिर उसके पश्चात टीचर बनने के 5 से 10 वर्ष पश्चात आप प्रिंसिपल बनने के लिए आवेदन कर सकेंगे.
स्कूल प्रिंसिपल बनने के लाभ क्या होते है?
- स्कूल प्रिंसिपल द्वारा बच्चों को अच्छे संस्कार और ज्ञान प्रदान किया जाता हैं जिससे बच्चे समाज में अपनी अलग छवि बनाते है.
- यदि आप एक स्कूल प्रिंसिपल है तो अन्य बच्चों के अलावा आप अपने बच्चों को भी अच्छी शिक्षा प्रदान कर सकते हैं जिससे उनका भविष्य भी सुरक्षित हो जाएगा.
- जितनी छुट्टियां आपको स्कूल प्रिंसिपल के तौर पर प्रदान की जाती है इतनी यदि आप कोई और नौकरी करेंगे तो नहीं मिलेंगी.
- स्कूल प्रिंसिपल को वेतन के साथ साथ अन्य सरकारी सुविधाएं भी प्रदान की जाती है.
- आप अपना शिक्षण कार्य करने के बाद अन्य कार्य भी कर सकते हैं क्योंकि आपको एक निर्धारित समय तक ही विद्यालयों में कार्य करना होता है.
- स्कूल प्रिंसिपल बनने के बाद आपको किसी भी प्रकार की चिंता नहीं होती है क्योंकि आपका भविष्य सुरक्षित हो जाता है.
- सैलरी के साथ ही आपको विद्यालय और समाज में मान सम्मान और प्रशंसा भी मिलती है.
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स्कूल प्रिंसिपल की सैलरी कितनी होती है?
स्कूल प्रिंसिपल बनने के बाद आपकी सैलरी लगभग 50 हजार रुपये से लेकर 80 हजार रुपये प्रतिमाह तक हो सकती है अनुभव बढ़ने के साथ ही आपकी सैलरी में भी बढ़ोत्तरी होती है जिसके बाद आप इससे ज्यादा भी कमा सकते हैं
सैलरी के अलावा एक स्कूल प्रिंसिपल को अन्य सुविधाएं जैसे मुफ्त आवास, मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं, मुफ्त यात्रा और मुफ्त बिजली आदि प्रदान की जाती है और रिटायरमेंट के बाद पेंशन भी मिलती है.
उम्मीद है कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया आज का आर्टिकल “स्कूल प्रिंसिपल कैसे बने?” पसंद आया होगा यदि आप ऐसे ही किसी अन्य विषय के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हमें कमेंट कर सकते हैं.