यदि आप अपनी पोस्ट ग्रैजुएशन कंप्लीट कर चुकें हैं और आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं तो पीएचडी कर सकते हैं आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीएचडी करने से संबंधित सभी प्रकार की जानकारियां प्रदान करेंगे इसलिए आर्टिकल “PhD क्या होता है?” को अंत तक जरूर पढ़ें.
PhD का फुल फॉर्म क्या होता है?
PhD का फुल फॉर्म Doctor of Philosophy (डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी) होता है जिसमे आपको किसी एक विषय का गहराई से अध्यन करना होता है.
PhD की अवधि कितनी होती है?
PhD कोर्स न्यूनतम 3 साल की अवधि का होता है इस कोर्स को पूरा करने के लिए विद्यार्थियों को 6 साल तक का समय दिया जाता है आप इतने समय में इस कोर्स को कंप्लीट कर सकते हैं जिसके बाद आप संबंधित विषय में उच्च कोटि का ज्ञान प्राप्त कर लेते हैं.
PhD क्या होता है?
PhD का कोर्स किसी एक सब्जेक्ट से किया जाता है जिससे आप उस सब्जेक्ट में उच्चकोटि का ज्ञान प्राप्त कर लेते हैं पीएचडी पोस्ट ग्रैजुएशन के बाद किए जाने वाला कोर्स होता है पीएचडी करने के बाद आपके नाम के पहले डॉक्टर शब्द जुड़ जाता है पीएचडी करने के बाद आपको हाई सैलरी वाली जॉब मिल सकती है PhD भारत की सर्वोच्च डिग्री है इसके बाद कोई पढाई नहीं होती है.
PhD करने के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए?
PhD में एडमिशन लेने के लिए आपमें निम्नलिखित योग्यताएं होनी चाहिए जोकि इस प्रकार है-
शैक्षिक योग्यता
- PhD में ऐडमिशन लेने के लिए कैंडिडेट पोस्ट ग्रैजुएट होना चाहिए.
- जिसमे 55% से ज्यादा अंक होने चाहिए.
- पोस्ट ग्रैजुएशन उसी सब्जेक्ट से करनी चाहिए जिससे पीएचडी करनी है.
- कुछ कॉलेजों में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है जिसे उत्तीर्ण करना होगा.
उम्र-सीमा
PhD में एडमिशन लेने के लिये भारत में कोई भी उम्र सीमा निर्धारित नहीं है किसी भी उम्र का पोस्ट ग्रेजुएट नागरिक PhD कर सकता है और साथ ही कैंडिडेट भारत का स्थायी निवासी होना चाहिए.
PhD में कितने विषय होते हैं?
PhD कोर्स सिर्फ एक ही विशेष विषय से किया जाता है आप अपनी रुचि के अनुसार किसी भी विषय में पीएचडी कर सकते हैं किंतु जिस विषय में पीएचडी करनी है उसी विशेष से आपको पोस्ट ग्रैजुएशन भी करना होगा उसके बाद ही आपको PhD में एडमिशन मिलेगा जिससे आपको किसी एक सब्जेक्ट में उच्च कोटि का ज्ञान प्राप्त होगा आपको उस विषय से संबंधित सभी चीजें बारीकी से पढ़ाई जाएगी.
भारत में पीएचडी करने के लिए आप निम्नलिखित में से किसी भी विषय का चयन कर सकते हैं.
- भाषाविज्ञान
- संचार विज्ञान
- प्राकृतिक संसाधन
- जनसंख्या विज्ञान
- संगीत
- शासन विज्ञान
- शास्त्रीय संस्कृति
- सामाजिक विज्ञान
- कला
- शिक्षाशास्त्र
- व्यवसाय
- विज्ञान
- जीव विज्ञान
- इतिहास
- अर्थशास्त्र
- भूगोल
- रसायन विज्ञान
- भौतिक विज्ञान
- अंग्रेजी
- हिंदी
- गणित
भारत में PhD के लिए टॉप कॉलेज
- पंजाब विश्वविद्यालय,चंडीगढ़
- चंडीगढ़ कोलकाता विश्वविद्यालय, कोलकाता
- राजीव गाँधी विश्वविद्यालय, इटानगर
- अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी
- जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, गुवाहाटी
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, रुड़की
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मद्रास
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, दिल्ली
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइन्स, बैंगलोर
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, कानपुर
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, बॉम्बे
- सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय, पुणे
PhD कोर्स की फीस कितनी होती है?
PhD कोर्स की फीस आपके द्वारा चुने गए शिक्षण संस्थान पर निर्भर करती है यदि आप प्रवेश परीक्षा पास करके किसी सरकारी कॉलेज में एडमिशन लेते हैं तो आपको लगभग 15000 रुपए से ₹30,000 प्रतिवर्ष तक फीस का भुगतान करना होगा.
इसके अलावा यदि आप प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन लेते हैं तो आपको ₹1,00,000 से लेकर ₹5,00,000 प्रतिवर्ष तक फीस का भुगतान करना पड़ सकता है यह एक अनुमानित आंकड़ा है फीस से सम्बन्धित जानकारी आपको कॉलेज कैंपस से पता करनी होगी.
PhD में स्कॉलरशिप कितनी मिलती है?
PhD की पढ़ाई के दौरान स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप भी प्रदान की जाती है जिसके लिए उन्हें JRF/NET क्लियर करना होगा जो बच्चे इन परीक्षाओं को पास कर लेते हैं और पीएचडी में एडमिशन लेते हैं तो उन्हें सरकार की तरफ से ₹10,000 से लेकर ₹25,000 तक स्कॉलरशिप प्रदान की जाती है जिससे आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने में मदद मिलती है.
PhD के बाद जॉब प्रोफाइल
- वकील
- इतिहासकार
- अर्थशास्त्री
- वित्त प्रबंधक
- कॉर्पोरेट वकील
- मेडिकल टेक्नोलॉजिस्ट
- फॉरेंसिंक केमिस्ट
- असिस्टेंट साइंटिस्ट
- रसायन अनुसंधान कर्ता
- रिसर्च साइंटिस्ट
- वैज्ञानिक लेखक
- सलाहकार
- प्रोफेसर
- असिस्टेंट प्रोफेसर
- कंप्यूटर इंजीनियर
- एसोसिएट प्रोफेसर
- मुख्य अनुसंधान प्रबंधक
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PhD करने के बाद सैलरी कितनी मिल सकती है?
पीएचडी करने के बाद आपको सैलरी आपकी पोस्ट, अनुभव और कार्यक्षेत्र के हिसाब से प्रदान की जाएगी पीएचडी करने के बाद आपको औसतन लगभग ₹4,00,000 से लेकर ₹10,00,000 प्रतिवर्ष तक सैलरी मिल सकती है कुछ समय पश्चात अनुभव बढ़ने के साथ ही आपकी सैलरी में भी इजाफा किया जाएगा इसके साथ ही यदि आप सरकारी क्षेत्र में नौकरी प्राप्त करते हैं तो आपको सैलरी के अलावा अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी.
उम्मीद है कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया है आज का आर्टिकल “PhD क्या होता है?” पसंद आया होगा यदि आप ऐसे ही किसी अन्य विषय के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हमें कमेंट कर सकते हैं.