Graphic Designer kaise bane: ग्राफिक डिजाइनर कैसे बनें?

Anuradha Maurya
8 Min Read

आज का ज़माना क्रिएटिविटी का है और अगर क्रिएटिविटी का नाम आता है तो इसमें ग्राफिक डिजाइनिंग का नाम सबसे ऊपर आता है क्योंकि ग्राफिक डिजाइनर अपनी सोच और अपनी क्रिएटिविटी से किसी भी पोस्टर, बैनर को इस तरह से तैयार करते हैं जिससे कस्टमर आकर्षित हो जाये इसीलिए आज के समय में ग्राफिक डिजाइनर की डिमांड काफी बढ़ गई है.

अगर आप भी ग्राफिक डिज़ाइनिंग में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो आज का यह आर्टिकल आपके लिए ही है जिसमे हम आपको इससे सम्बंधित सभी जानकारियां देंगे इसलिए आर्टिकल “ग्राफिक डिजाइनर कैसे बनें?” को पूरा जरूर पढ़ें.

ग्राफिक डिजाइनर कौन होता है?

ग्राफिक डिजाइनर वो होते हैं जो इमेज के जरिए किसी भी प्रॉडक्ट की मार्केटिंग के लिए ऐसा पोस्टर या बैनर बनाते हैं जिससे पब्लिक उस प्रॉडक्ट के प्रति अट्रैक्ट हो जाती है अर्थात ग्राफिक डिजाइनर किसी भी प्रॉडक्ट को इस तरह से प्रेजेंटेबल बनाते है कि आप उसे खरीदने पर मजबूर हो जाए.

ग्राफिक डिजाइनर खास तौर पर आपको मीडिया हाउसेस और मार्केटिंग कंपनी में मिलेंगे जो बेहतरीन ग्राफिक्स डिजाइन के जरिए प्रॉडक्ट को प्रेजेंटटेबल बनाते हैं.

ग्राफ़िक डिजाइनिंग में कितने तरह के कोर्स होते है?

इसमें तीन तरह के कोर्स होते हैं-

  • ब्रांड एंड लोगो डिजाइन
  • पैकेजिंग डिजाइन
  • वेव एंड मोबाइल डिजाइन

ब्रांड एंड लोगो डिजाइन

इस कोर्स में आपको ब्रांड को किस तरह से क्रिएटिव ग्राफिक के जरिए प्रोमोट करना है ये बताया जाता है साथ ही आपको ये भी बताया जाता है कि लोगो को कैसे अट्रैक्टिव बनाया जाए.

बहुत सी कंपनियां होती है जिसका अपना खुद का लोगो होता है उदाहरण के तौर पर मारुति कंपनी या हुंडई और कई तरह की कंपनी होती है सभी का अपना खुद का लोगो होता है तो उस लोगो को कैसे डिजाइन करना है इस कोर्स में आपको उसके बारे में बताया जाता है.

पैकेजिंग डिजाइन

पैकेजिंग डिज़ाइनिंग के कोर्स मे आपको अलग अलग तरह के ग्राफिक बनाने के बारे में बताया जाता है जिससे प्रॉडक्ट का या फिर उस कंपनी की मार्केटिंग अच्छी हो सके बेसिकली मीडिया हाउस में इसके ज्यादा काम होते हैं.

वेव एंड मोबाइल डिजाइन

यह कोर्स भी काफी इम्पोर्टेन्ट होता है जिसमे आपको अलग अलग तरह के ग्राफिक्स बनाने सिखाये जाते है आज का समय टेक्नोलॉजी का है और ज्यादातर लोग मोबाइल या लैपटॉप जैसी चीजों का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं आपने अक्सर देखा होगा कि मोबाइल पर ऐड चलते हैं जिसमें आप काफी अट्रैक्टिव ग्राफिक्स देखते हैं इस कोर्स में आपको वही सिखाया जाता है.

ग्राफ़िक डिजाइनिंग कोर्स के लिए क्वालिफिकेशन क्या होनी चाहिए?

  • अगर आप ग्राफिक डिज़ाइनिंग का कोर्स करना चाहते हैं तो उसके लिए अलग अलग लेवल के कोर्स हैं जैसे सर्टिफिकेट कोर्स, डिप्लोमा कोर्स, डिग्री कोर्स, मास्टर्स कोर्स है.
  • अगर आप 10th पास है तो आप सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं.
  • अगर आप 12th पास है तो डिप्लोमा और डिग्री कोर्स कर सकते हैं.
  • अगर आप ग्रेजुएट है तो मास्टर्स का कोर्स कर सकते हैं.
  • अगर आप मास्टर्स कर चूके हैं तो आप ग्राफिक डिज़ाइनिंग में पीजी का कोर्स कर सकते हैं.

ग्राफ़िक डिजाइनिंग कितने साल का कोर्स है?

  • ग्राफ़िक डिजाइनिंग में अगर आप सर्टिफिकेट कोर्स करते हैं तो आपको 1-2 साल का समय लग सकता है.
  • ग्राफ़िक डिजाइनिंग में अगर आप डिप्लोमा कोर्स करते हैं तो आपको 1 साल का समय लगेगा.
  • अगर आप डिग्री कोर्स में ऐडमिशन लेते हैं तो आपको 3 साल का समय लगेगा क्योंकि ये ग्रैजुएशन लेवल का कोर्स होता है.
  • ग्राफ़िक डिजाइनिंग में मास्टर्स डिग्री कोर्स को करने में आपको 2 साल का समय लगेगा.
  • ग्राफ़िक डिजाइनिंग में पीजी करने में भी आपको 2 साल का समय लगेगा.

ग्राफ़िक डिजाइनिंग कोर्स की फीस कितनी होती है?

  • अगर आप ग्राफ़िक डिजाइनिंग में सर्टिफिकेट कोर्स करते हैं तो इसकी फीस 25,000 से 50,000 रुपये तक लग सकती है.
  • जबकि अगर आप डिप्लोमा कोर्स करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको 30,000 से 40,000 रुपये तक खर्च करने पड़ेंगे.
  • अगर आप ग्राफ़िक डिजाइनिंग में डिग्री कोर्स करते हैं तो सरकारी कॉलेज में कम फीस है जहाँ आप 25,000 से 30,000 रूपये में इस कोर्स को पूरा कर सकते हैं जबकि अगर आप किसी प्राइवेट कॉलेज से कोर्स करते हैं तो इसकी फीस 1 लाख से ₹1,50,000 तक देनी पड़ सकती है.
  • यदि आप ग्राफ़िक डिजाइनिंग में मास्टर्स डिग्री कोर्स करेंगे तो इसके लिए 30,000 से 60,000 रुपये के बीच खर्च करने पड़ सकते हैं.
  • अगर आप ग्राफ़िक डिजाइनिंग में पीजी करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको 30 से 50 हजार रुपये खर्च करने पड़ सकते है.

ग्राफ़िक डिजाइनिंग कोर्स के लिए बेहतरीन इंस्टिट्यूट

  • नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, दिल्ली
  • नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद
  • इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ आर्ट एंड डिजाइन, दिल्ली
  • माया अकैडमी ऑफ एडवांस सिनेमैटिक, मुंबई
  • MIT इन्स्टिट्यूट ऑफ डिजाइन, पुणे
  • Symbiosis इंस्टिट्यूट ऑफ डिजाइन, पुणे
  • MIT-WPU, पुणे
  • TGC एनिमेशन ऐंड मल्टीमीडिया, नई दिल्ली
  • SRM इंस्टिट्यूट ऑफ साइन्स एंड टेक्नोलॉजी, चेन्नई
  • डीवाई पाटिल इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, पुणे

ग्राफ़िक डिजाइनिंग में करियर स्कोप क्या है?

अगर आप ग्राफ़िक डिजाइनिंग की फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं तो आपके लिए काफी अच्छी ऑपर्च्युनिटी है क्योंकि आज के समय में एक अच्छे ग्राफिक डिजाइनर की डिमांड काफी ज्यादा है खासकर प्राइवेट क्षेत्र में काफी अच्छी ऑपर्च्युनिटी मिलती है जैसे मीडिया कंपनी या फिर ऐसी कंपनियां जो अलग अलग तरह के प्रोडक्ट्स बनाती है.

ऐसी कंपनियां अपने प्रॉडक्ट की मार्केटिंग के लिए एक प्रोफेशनल ग्राफ़िक डिजाइनर को हायर करती है ऐसे प्रोफेशनल ग्राफ़िक डिजाइनर की डिमांड हमारे देश में तो है ही साथ ही विदेशों में भी काफी ज्यादा है.

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ग्राफ़िक डिजाइनिंग कोर्स के बाद सैलरी कितनी मिलेगी?

किसी भी कोर्स को करके जॉब करने से पहले व्यक्ति के मन में उससे मिलने वाले वेतन के बारे में जानने की जिज्ञासा उत्पन्न होती है तो हम आपको बता दें कि शुरुआत में हो सकता है की आपको थोड़ी कम सैलरी मिले लेकिन अगर आप एक्सपीरियंस्ड हो जाते हैं तो आपकी सैलरी लाखों रुपए हो सकती है कई कंपनियां तो ऐसी है जो एक ग्राफिक डिजाइनर को 2.5-3 लाख रुपये तक सैलरी देती है.

उम्मीद है की आपको आज का हमारा यह आर्टिकल “ग्राफिक डिजाइनर कैसे बनें?” पसंद आया होगा और यदि आप ऐसे ही किसी अन्य विषय के बारे में जानना चाहते है तो हमें कमेंट कर सकते है.      

 

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Anuradha Maurya has 1 year of experience in writing articles on Education, Job Vacancy, Entertainment news, Cricket and more. She loves cooking and reading books in free time. In case of any complain or feedback, please contact me: contactdkweb@gmail.com
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