सीईओ (CEO) का फुल फॉर्म चीफ़ एग्ज़ीक्यूटिव ऑफ़िसर होता है और ऐसे बहुत से प्रोफेशन होते हैं, उसी तरह से सीईओ भी एक प्रोफेशन है जिसके बारे में बहुत से लोगो को जानकारी नही होती है इसीलिए आज के इस आर्टिकल (CEO kya hai in hindi) हम आपको बताएंगे कि सीईओ क्या है और हम सीईओ कैसे बन सकते हैं.
CEO क्या है और कैसे बने?
CEO का पूरा नाम चीफ़ एग्ज़ीक्यूटिव ऑफ़िसर है हिन्दी में इसे मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी कहते हैं. यह किसी कंपनी या संगठन में सबसे ऊंचा पद होता है. सीईओ, कंपनी की रणनीति बनाने और उसका नेतृत्व करने के लिए ज़िम्मेदार होता है.
CEO के क्या काम होते हैं?
CEO का काम कंपनी की समग्र सफलता के लिए ज़िम्मेदार होना, कंपनी की दिशा तय करना, व्यावसायिक लक्ष्य तय करना, निवेश आकर्षित करना, साझेदारी को आगे बढ़ाना, व्यवसाय के सभी घटकों की देखरेख करना, रणनीतिक फ़ैसले लेना, साझेदारी को आगे बढ़ाने और हितधारकों के साथ संवाद करने से लेकर व्यवसाय के सभी घटकों की देखरेख तक करना होता है.
CEO बनने के लिए कौन सी डिग्री होना ज़रूरी है?
- सीईओ बनने के लिए, तकनीकी डिग्री के साथ-साथ कई कौशल और गुण होने चाहिए. सीईओ के अंदर कंपनी को चलाने और आगे बढ़ाने के सारे गुण होने चाहिए.
- सीईओ बनने के लिए किसी टॉप बिजनेस स्कूल से एमबीए की डिग्री होना बहुत उपयोगी है,
- सही व्यक्तित्व और प्रभावशाली अनुभव का भंडार होने से आपको कंपनी में शीर्ष स्थान पर पहुंचने में मदद मिलेगी.
- बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन, इंजीनियरिंग, फ़ाइनेंस, अकाउंटिंग, या इकोनॉमिक्स में बैचलर डिग्री लें.
- जिस फ़ील्ड में आप काम करना चाहते हैं, उससे जुड़ी डिग्री लें.
- इंटर्नशिप करें और ऐसी भूमिकाओं में काम करें जिनसे आपको प्रबंधन का अनुभव मिले.
- रणनीतिक विचारक, विश्लेषणात्मक निर्णयकर्ता, प्रभावी वार्ताकार, सहयोगी और लचीले बनें.
CEO बनने के लिए उम्र कितनी होनी चाहिए?
सीईओ बनने के लिए कोई खास उम्र तय नहीं है. उचित योग्यता, मनोस्थिति, और रणनीति के साथ, 40 साल या उससे ज़्यादा उम्र में भी सीईओ बना जा सकता है।
CEO की सैलरी कितनी होती है?
भारत में सीईओ का वेतन, उद्योग और कंपनी के हिसाब से अलग-अलग होता है. डेलॉइट की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में सीईओ का औसत वेतन 9.3 से 13.8 करोड़ रुपये के बीच है. वहीं, कुछ सीईओ को इससे ज़्यादा सैलरी भी मिलती है.
सीईओ की सैलरी में ये चीज़ें शामिल होती हैं: वेतन, कंपनी के शेयर, प्रोत्साहन राशि, प्रदर्शन आधारित बोनस.
CEO की नौकरी कैसी होती है, सरकारी या प्राइवेट?
सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) की नौकरी सरकारी और प्राइवेट दोनों तरह की हो सकती है. सीईओ, किसी कंपनी या संगठन में सबसे ऊपर का पद होता है. सीईओ, कंपनी के समग्र प्रबंधन का प्रभारी होता है.
निष्कर्ष (Conclusion)
हमें उम्मीद है कि इस आर्टिकल (CEO kya hai in hindi) के जरिए आपको CEO के बारे में जानकारी हासिल हो गई होगी, और अधिक जानने के लिए आप टिप्पणी कर सकते हैं.