यदि आप एक स्टूडेंट हैं और आपने बारहवीं की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है और आप मेडिकल क्षेत्र में अपना करियर बनाने की सोच रहे हैं तो आपके लिए बीयूएमएस कोर्स एक बेहतरीन करियर ऑप्शन हो सकता है बीयूएमएस कोर्स करके आप अपने डॉक्टर बनने का सपना पूरा कर सकते हैं आज के इस आर्टिकल “BUMS क्या होता है? BUMS कोर्स कैसे करे? पूरी प्रक्रिया” में हम आपको बीयूएमएस कोर्स से संबंधित सभी प्रकार की जानकारियां प्रदान करेंगे इसलिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें.
BUMS का फुल फॉर्म क्या है?
BUMS का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन ऐंड सर्जरी होता है जिसमें यूनानी चिकित्सा के बारे में पढ़ाया जाता है.
BUMS कोर्स की अवधि कितनी होती है?
BUMS कोर्स की अवधि 6 वर्ष की होती है कोर्स के दौरान ही 1 साल की इंटर्नशिप भी करनी होती है जिसे कंप्लीट करने के बाद आप डॉक्टर बन सकते हैं.
BUMS कोर्स क्या है?
BUMS की फुल फॉर्म बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी होता है जिसे हिंदी में यूनानी काय चिकित्सा एवं शल्य चिकित्सा कहते है यह कोर्स एक बैचलर डिग्री होती है BUMS में चिकित्सा के तरीकों में मसाज, डायाफोरेसिस, लीचिंग और एक्सरसाइज आदि की पढ़ाई शामिल है यह कोर्स 12वीं कक्षा के बाद किया जाता है.
BUMS कोर्स के लिए योग्यता क्या होती है?
BUMS कोर्स करने के लिए विद्यार्थी में निम्नलिखित योग्यताये होनी चाहिए जो इस प्रकार है.
- BUMS कोर्स करने के लिए विद्यार्थी को सबसे पहले 12वी की परीक्षा PCB सब्जेक्ट के साथ पास करनी होगी जिसमे कम से कम 50% मार्क्स होने चाहिए.
- विद्यार्थी को अंग्रेगी भाषा का ज्ञान होना चाहिए.
- BUMS कोर्स करने के लिए विद्यार्थी की आयु 17 वर्ष से ज्यादा तथा 25-30 वर्ष से कम होनी चाहिए जो प्रत्येक शिक्षण संस्थान द्वारा अलग-अलग निर्धारित की जाती है.
- BUMS कोर्स करने के लिए कुछ शिक्षण संस्थानों में नीट की मांग की जाती है यदि आप सरकारी कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते है तो आपको नीट क्लियर करना आवश्यक है.
BUMS कोर्स करने के लिए प्रवेश परीक्षाये
- NEET-UG
- AP-EAMCET (आंध्र प्रदेश कॉमन एंट्रेंस एग्जाम)
- OJEE (ओड़िसा संयुक्त प्रवेश परीक्षा)
- तेलंगाना TS EAMCET प्रवेश परीक्षा
- BVP CET भारतीय विद्यापीठ कॉमन एंट्रेंस एग्जाम)
BUMS कोर्स कैसे करे?
BUMS कोर्स करने के लिए विद्यार्थी में चुने हुए शिक्षण संस्थान द्वारा निर्धारित सभी योग्यताये होनी चाहिए इसके लिए सबसे पहले आपको नीट क्लियर करना होगा और फिर जिस कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते है वहां आवेदन करना होगा कॉलेज द्वारा दिए गए आवेदन फार्म को भरना होगा और फिर जमा करना होगा काउंसलिंग के बाद मेरिट के आधार पर एडमिशन लिए जायेगा इसके बाद आप कॉलेज जाकर कोर्स कर सकेंगे और कोर्स पूरा होने पर डॉक्टर के तौर पर अपना कर्रियर बना सकेंगे जो विद्यार्थी मेडिकल क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते है उनके लिए BUMS कोर्स बेस्ट करियर आप्शन हो सकता है.
BUMS कोर्स के लिए टॉप कॉलेज
- केरल स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, त्रिशूर
- छत्रपति साहूजी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर
- शिवाजी विश्वविद्यालय, कोल्हापुर
- आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय, पटना
- देवबंद यूनानी मेडिकल कॉलेज, सहारनपुर
- नेशनल यूनानी मैडिसिन कॉलेज, भोपाल
- अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़
- आयुर्वेद और यूनानी तिब्बा कॉलेज, दिल्ली
- आयुष औद्योगिक विद्यापीठ, लखनऊ
BUMS कोर्स की फीस कितनी होती है?
BUMS कोर्स की फीस आपके द्वारा चुने गए कॉलेज पर निर्भर करती है यदि आप नीट परीक्षा में अच्छे अंक लाकर किसी सरकारी कॉलेज में एडमिशन लेते हैं तो आपको ₹20,000 से लेकर ₹50,000 प्रतिवर्ष फीस का भुगतान करना होगा वहीं प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन लेने के बाद आपको ₹5,00,000 से लेकर ₹10,00,000 प्रतिवर्ष तक फीस का भुगतान करना पड़ सकता है यह कॉलेज पर डिपेंड करता है.
MBBS कोर्स करने के बाद सैलरी कितनी मिलती है?
किसी भी कोर्स या जॉब को करने के से पहले व्यक्ति के मन में उससे मिलने वाले वेतन के बारे में जानने की जिज्ञासा होती है तो हम आपको बता दें यदि आप BUMS कोर्स कर लेते हैं तो आपको कार्यक्षेत्र, अनुभव और पद के हिसाब से वेतन दिया जाता है BUMS कोर्स करने के बाद मेडिकल लेक्चरर को ₹40,000 से ₹65,000 तक, फिजिकल असिस्टेंट को ₹25,000 से ₹57,000 तक, मेडिकल राइडर को ₹30,000 से ₹45,000 तक, डॉक्टर को ₹65,000 से ₹90,000 तक, और जूनियर डॉक्टर को ₹25,000 से लेकर ₹60,000 तक सैलरी प्रदान की जाती है आपके अनुभव बढ़ने के साथ ही सैलरी में भी इजाफा होता है.
आशा है कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया आज का यह लेख “BUMS क्या होता है? BUMS कोर्स कैसे करे? पूरी प्रक्रिया” पसंद आया होगा यदि आपको ऐसे ही किसी अन्य विषय के बारे में जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं.