यदि आप बीकॉम के स्टूडेंट है और जानना चाहते है कि बीकॉम में कितने सब्जेक्ट होते है? तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है इस आर्टिकल में हम आपको इससे सम्बंधित सभी जानकारियां देंगे इसलिए आर्टिकल “BCom में कितने सब्जेक्ट होते है?” को अंत तक जरूर पढ़ें.
B.Com क्या है?
B.Com का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ कॉमर्स होता है जोकि 3 वर्ष का ग्रैजुएशन कोर्स होता है यह एक प्रकार की डिग्री होती है जिसे बारहवीं के बाद किया जाता है B.Com करके आप किसी भी सरकारी या प्राइवेट नौकरी की तैयारी कर सकते हैं B.Com करने के बाद आपके सामने रोजगार के कई अवसर खुल जाते हैं आप टीचर, कलेक्टर, पुलिस, बैंकिंग सेक्टर, सामाजिक कार्यकर्ता, नेता आदि बन सकते है इसके अलावा आप सिविल सेवा जैसे- IPS, IAS, कलेक्टर आदि के लिए भी अप्लाई कर सकते है.
बीकॉम की अवधि कितनी होती है?
बीकॉम 3 साल का कोर्स होता है बीकॉम में आपको कुल 6 सेमेस्टर पढ़ने होते हैं यानी की 1 साल में दो सेमेस्टर पढ़ने होते हैं प्रत्येक सेमेस्टर 6 महीने का होता है.
बीकॉम में कितने सब्जेक्ट होते है?
बीकॉम में आपको निम्नलिखित सब्जेक्ट पढ़ने होंगे जोकि इस प्रकार है-
फर्स्ट सेमेस्टर (फर्स्ट ईयर)
- फाइनैंशल काउंटिंग
- बिज़नेस ऑर्गेनाइजेशन
- माइक्रो इकोनॉमिक्स- कांसेप्ट्स, कन्जम्सन एंड प्रोडक्शन
- करेन्सी, बैंकिंग ऐंड एक्स्चेंज
- एसेंशल ऑफ मैनेजमेंट
- बिज़नेस कम्युनिकेशन
सेकंड सेमेस्टर (फर्स्ट ईयर)
- कंपनी अकाउंट्स
- बिज़नेस लॉस
- माइक्रोइकोनॉमिक्स- एक्स्चेंज ऐंड डिस्ट्रिब्यूशन
- बैंकिंग ऑपरेशंस
- ह्यूमन बिहेवियर ऐट वर्क
- कांसेप्ट्स इन वैल्यूएशन
थर्ड सेमेस्टर (सेकेंड ईयर)
- बिजनेस फाइनैंस
- प्रिंसिपल्स एंड प्रैक्टिस ऑफ मार्केटिंग
- स्टैटिस्टिकल मेथड्स
- पब्लिक फाइनैंस
- सेलिंग एंड ऐड्वर्टाइज़िंग
- इंट्रोडक्शन ऑफ इंटरनेशनल बिज़नेस
फोर्थ सेमेस्टर (सेकेंड ईयर)
- कॉस्ट अकाउंटिंग
- कॉन्टेम्परेरी ऑडिट
- फॉरेन ट्रेड ऑफ इंडिया
- एक्सपोर्ट- इंपोर्ट प्रोसीजर्स एंड डॉक्यूमेंटेशन
- मैनेजिंग ह्यूमन रिसोर्सेस
- इनफॉर्मेशन सिस्टम एंड ई- कॉमर्स
फिफ्थ सेमेस्टर (थर्ड ईयर)
- इनकम टैक्स लॉ ऐंड अकाउंट्स
- प्रिंसिपल्स एंड प्रैक्टिस ऑफ इन्श्योरेन्स
- मैक्रो इकोनॉमिक्स
- इंडियन इकोनॉमी
- इंस्टिट्यूशनल फ्रेमवर्क फॉर बिज़नेस
- बिज़नेस ऑपरेशंस
सिक्स्थ सेमेस्टर (थर्ड ईयर)
- गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी)
- लेबर वेलफेयर लॉज़
- अप्लाइड एंड बिज़नेस स्टैटिस्टिक्स
- इकोनॉमिक्स ऑफ पब्लिक इंटरप्राइजेज
- कंपनी लॉ एंड सेक्रेट्रियल प्रैक्टिस
- फंडामेंटल्स ऑफ एंट्रप्रेन्योरशिप एंड प्रोजेक्ट प्लानिंग
- कॉंप्रेहेन्सिव वाइफ वाइस
B.Com के लिए योग्यता क्या होती है?
B.Com में एडमिशन लेने के इच्छुक छात्रों के पास निम्नलिखित योग्यताएं होना आवश्यक है.
- B.Com में एडमिशन लेने के लिए छात्रों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं और 12वीं की परीक्षा में उत्तीर्ण होना आवश्यक है.
- अधिकांश कॉलेजों में एडमिशन के लिए 10+2 में कुल 50% अंकों की आवश्यकता होती है.
- B.Com के लिए यह अनिवार्य नहीं है कि आवेदक कॉमर्स स्ट्रीम से ही हो यदि उसने बारहवी उत्तीर्ण की है तो वह किसी भी स्ट्रीम का हो सकता है.
B.Com के लिए टॉप कॉलेज
- JNU
- BHU
- दिल्ली विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
- जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
- लोयोला कॉलेज, चेन्नई
- प्रेसीडेंसी कॉलेज, चेन्नई
- फर्ग्यूसन कॉलेज, पुणे
- क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बैंगलोर
- मुंबई विश्वविद्यालय
- हिंदू कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय
- मिरांडा हाउस, दिल्ली विश्वविद्यालय
- लेडी श्रीराम कॉलेज, नई दिल्ली
- हंस राज कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय
- गार्गी कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय
- रामजस कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय
- इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर वुमन, नई दिल्ली
- आत्म राम सनातन धर्म कॉलेज, नई दिल्ली
- दौलत राम कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय
- महाराजा अग्रसेन कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय
- मेहर चंद महाजन दयानंद एंग्लो वैदिक कॉलेज, चंडीगढ़
- मैत्रेयी कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
- पटना वीमेंस कॉलेज, पटना
- लक्ष्मीबाई कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय
- कन्या महाविद्यालय, जालंधर
- सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज, औरंगाबाद
आशा है कि आपको आज का हमारा आर्टिकल “BCom में कितने सब्जेक्ट होते है?” पसंद आया होगा यदि आप ऐसे ही किसी अन्य विषय के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हमें कमेंट कर सकते हैं.