BAMS ke liye NEET me kitne marks chahiye: BAMS का फुल फॉर्म ‘बैचलर ऑफ़ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी’ है यह एक प्रोफेशनल डिग्री है आयुर्वेदिक मेडिसिन में गहन करने के लिए। आयुर्वेदा भारत का ट्रेडिशनल तरीका है बीमारियों को ठीक करने और छोटी सर्जरी के लिए। बीएएमएस के लिए योग्यताएं और बीएएमएस के लिए नीट में कितने मार्क्स चाहिए इससे संभंधित सभी जानकारी को हासिल करने के लिए इस आर्टिकल BAMS ke liye NEET me kitne marks chahiye को पूरा पढ़ें।
आयुर्वेदिक मेडिसिन क्या होती है?
आयुर्वेदा भारत का ट्रेडिशनल तरीका हैं किसी व्यक्ति को स्वस्थ या ठीक करने का जो 3000 वर्ष पहले उत्पन्न हुआ था।
आयुर्वेद शरीर, मन और आत्मा की संतुलन के विचार पर आधारित है। आयुर्वेद दवा शरीर की इम्युनिटी को बढाती हैं ताकि वह बीमारियों से लड़ सकें और लक्ष्यणो को कम करना, अशुधियों को दूर करना, चिंता को दूर करना यह सभी आयुर्वेद में शामिल हैं।
आयुर्वेदिक दवाइयाँ प्रकृति के संसाधनों से पेड़-पौधे, फूलों और दुनिया भर की बहुत से जंगली पेड़ और जड़ों से मिलने वाले संसाधनों को एकत्र करना फिर उन्हें तैयार करना और चिकित्सा तक पहुंचना यह दवाइयां बहुत कम लोग ही हासिल कर पाते है पर इसको सरकार ने जब से मदद की है उसके बाद यह लोगो तक पहुचाने में सफलता पायी है।
बीएएमएस करने के लिए क्या योग्यताएं होनी चाहिए
छात्रों को 12वीं कक्षा किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से पास करना अनिवार्य है
छात्रों के पास 12वीं कक्षा में भौतिक, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान होना चाहिए और कम से कम 50% उत्तीर्ण करे हो
बीएएमएस के लिए नीट में कितने मार्क्स चाहिए?
बीएएमएस में प्रवेश के लिए नीट परीक्षा देना पढ़ती है जिसके स्कोर के अनुसार आपको कॉलेज दिया जाएगा, नीट कट-ऑफ स्कोर बीएएमएस के लिए 720-164 जनरल वालो के लिए है, वहीं एससी/एसटी या ओबीसी वालो के लिए 163-129 स्कोर होना चाहिए।
बीएएमएस में क्या पाठ्क्रम होते है
- एनाटोमी
- फिजियोलॉजी
- फार्माकोलॉजी
- टॉक्सिकोलॉजी
- पैथोलॉजी
- सर्जरी आदि
इस कोर्स में 12 महीने की इंटर्नशिप अंतिम वर्ष में कराई जाती है जो आवश्यक है हर छात्र को पूरा करना और यह उनके लिए महत्वपूर्ण ट्रेनिंग है।
प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के ज़रिये जीव विज्ञान पढ़ाया जाता है इससे छात्रों को गहन करने में आसानी होती है और वह डॉक्टर बनने के लिए तैयार होते है। इस ट्रेनिंग में आपको आयुर्वेद से जुड़े सभी चिकित्सा की जानकारी के साथ उनका उपयोग और रोगों पर असर समझ में आएगा है।
बीएएमएस पाठ्यक्रम की अवधि- यह पाठ्यक्रम कुल साढ़े पांच वर्ष का है, साढ़े 4 वर्ष तक शौक्षिक पढाई होती है ट्रेनिंग के साथ उसके बाद 1 वर्ष की इंटर्नशिप जो छात्रों को करना अनिवार्य होता है।
बीएएमएस कोर्स की फीस कितनी होती है?
बीएएमएस कोर्स की फीस अलग-अलग राज्य और कॉलेज पर निर्भर करती है उत्तर प्रदेश के सरकारी कॉलेजज़ में सालाना फीस 20,000 से 2,00,000 के बीच हो सकती है। हलाकि सरकारी कॉलेजज़ में फीस प्राइवेट कॉलेज से काफ़ी कम होती है।
अगर बात करें प्राइवेट कॉलेजज़ में बीएएमएस की फीस तो 1,98,000 से 2,70,000 के बीच होती है। पूरी तरह से जानकारी के लिए कॉलेज की वेबसाइट पर देखे यह फीस अंदाज़न बताई गयी है।
बीएएमएस के लिए कॉलेजज़
यूनिवर्सिटी ऑफ़ लखनऊ
स्टेट आयुर्वेदिक कॉलेज एंड हॉस्पिटल
श्री रामचंद्र वैद्य आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल
RGS आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज
सरदार पटेल इंस्टिट्यूट ऑफ़ आयुर्वेदिक मेडिकल साइंस
गोयल ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूट, लखनऊ
गंगाशील आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल
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बीएएमएस के बाद कितनी सैलरी होती है?
बीएएमएस करने के बाद सैलरी अलग-अलग पदों और कार्यक्रम पर निर्भर करती है किस विषय में और कौनसे कार्यालय में नौकरी है उसी के अनुसार सैलरी भी होती है हलाकि अनुभव होने से सैलरी ज्यादा मिलती है, परन्तु फ्रेशेर के लिए 15-30 हज़ार के बीच मिल सकती है।
निष्कर्ष-
इस आर्टिकल BAMS ke liye NEET me kitne marks chahiye में बीएएमएस क्या है, बीएएमएस के लिए योग्यताएं, बीएएमएस में कौनसे पाठ्यक्रम होते है, बीएएमएस के लिए कॉलेजेज़ से संभंधित सभी जानकारी प्राप्त कर सकते है, अगर इसके अलावा किसी अन्य विषयों पर आपको जानकारी चाहिए तो कमेन्ट में बताएं।