यूपीआई यूजर्स सावधान! जानें साइबर ठगी के पांच तरीके और कैसे करें बचाव?

Sudha Verma
5 Min Read
UPI users beware! Know five ways of cyber fraud and how to protect yourself

यूपीआई यूजर्स सावधान!: यूपीआई का इस्तेमाल भारत में ही नहीं बल्कि अन्य कई देशों में भी किया जा रहा है और अब ये डिजिटल ट्रांजेक्शन का एक बड़ा प्लैटफॉर्म भी बन गया है इसका उपयोग शहरों और गांव सभी जगह पर अधिकतर लोग कर रहे हैं और इसके साथ ही अब इसका धोखाधड़ी के मामले भी बढ़ रहे हैं साइबर अपराधी अलग अलग तरह से लोगों को ठग रहे हैं.

जो भी यूजर्स यूपीआइ का इस्तेमाल कर रहे हैं उनके लिए सतर्क होना बहुत ज़रूरी है आपकी एक छोटी सी गलती आपका पर्सनल डेटा इस कामर्स तक पहुंचा सकती है जिसका इस्तेमाल साइबर अपराधी गलत कार्य के लिए कर सकते हैं बैंक अकाउंट हैक कर सकते हैं और अन्य कार्य भी कर सकते हैं तो आइए आज के इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताएंगे जिसे द्वारा साइबर अपराधी आपको ठगी का शिकार बना सकता है इसलिए आपको इन सबके बारे में जानकारी होना आवश्यक है.

इस तरह से यूपीआई यूजर्स के साथ हो सकता है फ्रॉड

  • साइबर अपराधियों द्वारा यूजर्स को अनाधिकृत लिंक भेजा जाता है जिसमें आपको ऐप इन्स्टॉल करने का निर्देश दिया गया है ये लिंक ऑटो डेबिट होता है जैसे ही आप लिंक पर क्लिक करेंगे आपके अकाउंट से पैसे ट्रांसफर हो जाएंगे.
  • स्कैमर्स यूजर्स को किसी भी प्रकार का भ्रामक संदेश भेजकर भी बेवकूफ बना सकते हैं ऐसे मामले देखे गए हैं कि साइबर अपराधी गलती से पैसे भेजने की झूठी बात कहते हैं फिर वापस पैसे ट्रांसफर करने का अनुरोध करते हैं और ये प्रक्रिया फेक होती है और आपको इससे बचना है.
  • कई बार एनडीएस के माध्यम से भी फ्रॉड देखने को मिले हैं स्कैमर्स बैंक का कर्मचारी होने का दावा करते हैं उसके बाद यूजर्स को एनी टेस्ट किया कोई स्क्रीन मिरर एप्स डाउनलोड करने के लिए कहते हैं उसके बाद आपके फ़ोन या कंप्यूटर कि स्क्रीन का कंट्रोल उसके हाथ में यह चला जाता है जिसका उपयोग करके वे अवैध लेनदेन भी कर सकते हैं आपके फ़ोन से कोई और छेड़खानी भी कर सकते हैं जो आपके लिए हानिकारक हो सकता है.
  • स्कैमर्स द्वारा फेक क्यूआर कोड के द्वारा भी धोखाधड़ी के कई मामले सामने आए हैं इसीलिए किसी प्रकार के अनजान क्यूआर कोड का इस्तेमाल ना करें क्योंकि स्कैमर्स यूजर्स को क्यूआर कोड का इस्तेमाल करके फर्जी एप फिशिंग वेबसाइट पर भेजते हैं और यूपीआई का डेटा चुराने की या हैक करने की कोशिश करते हैं.
  • फर्जी यूपीआई हैंडल का इस्तेमाल करके भी इसके मर साहब को ठग सकते हैं सोशल मीडिया और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ऐसे कई सारे मामले देखे जाते हैं जिसमें इस स्कैमर्स द्वारा यूजर्स से ऑफर या भुगतान करने का अनुरोध किया जाता है तो यूजर्स को इन सभी बातों का ध्यान रखना है.

यूपीआई फ्रॉड से कैसे बचें?

  • ऐसीकिसी भी अनजान व्यक्ति के साथ ओटीपी, पासवर्ड या बैंक की डिटेल्स को शेयर ना करे, क्योंकि बैंक द्वारा कभी भी ऐसी डिटेल्स की मांग नहीं की जाती है.
  • ऑनलाइन कभी भी किसी ऑफर या अनजान सोर्स से प्राप्त लिंक पर क्लिक न करें.
  • अनजान कॉल्स को न उठाएं और पब्लिक वाईफाई का इस्तेमाल करके वित्तीय लेन देन करने से बचें.
  • किसी भी क्यूआर कोड को स्कैन करके किसी को भी पैसे भेजने से पहले वेरिफिकेशन अवश्य करें.
  • किसी भी एप को हमेशा प्ले स्टोर या एप्पल स्टोर से ही डाउनलोड करे, अनजान लिंक पर क्लिक करके एप डाउनलोड ना करे.
  • एनी डेस्क या अन्य स्क्रीन मिरर ऐप के द्वारा स्क्रीन शेयरिंग की इजाजत किसी भी अंजान व्यक्ति को देने से बचें.
  • अगर कोई आपको पैसे का लालच देता है तो पैसे पाने के लिए क्यूआर कोड को स्कैन न करें. ध्यान रखें कि क्यूआर कोड को हमेशा पैसे भेजने के लिए स्कैन किया जाता है.
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Sudha Verma has 4 years of experience in writing Education, Job Vacancy, Entertainment news, Cricket and more. She has done Polytechnic. She loves to Play Sports and read books in free time. In case of any complain or feedback, please contact me: contactdkweb@gmail.com
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