EPFO New Rules: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अपने नियमों में एक बड़ा बदलाव किया है। अब EPFO खाताधारकों को अपने यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) से बैंक अकाउंट लिंक करने के लिए अपने नियोक्ता (Employer) की मंजूरी लेने की आवश्यकता नहीं होगी। इस नए नियम से कर्मचारियों को अधिक स्वतंत्रता मिलेगी और उनका EPF खाता अपडेट करना पहले से अधिक आसान हो जाएगा। आइए जानते हैं इस बदलाव से जुड़ी अहम बातें।
क्या है नया नियम?
EPFO ने बैंक अकाउंट लिंकिंग की प्रक्रिया को सरल बना दिया है। अब कर्मचारी Unified Member Portal पर लॉगिन करके खुद ही अपने बैंक अकाउंट की डिटेल्स (EPFO New Rules) अपडेट कर सकते हैं। पहले यह प्रक्रिया नियोक्ता (Employer) की मंजूरी पर निर्भर थी, जिससे कई बार देरी होती थी। लेकिन अब कर्मचारियों को इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए किसी बाहरी हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं होगी।
नए नियम के फायदे
-
प्रक्रिया में तेजी: बैंक अकाउंट लिंकिंग की प्रक्रिया अब पहले से तेज होगी, क्योंकि इसमें नियोक्ता की मंजूरी का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
-
ऑनलाइन अपडेट: कर्मचारी सीधे EPFO Unified Portal पर लॉग इन कर अपने बैंक डिटेल्स अपडेट कर सकते हैं।
-
समय की बचत: पहले कर्मचारियों को अपने नियोक्ता (EPFO New Rules) से संपर्क करना पड़ता था, जिससे समय लगता था। अब यह प्रक्रिया कुछ ही मिनटों में पूरी हो सकती है।
-
डायरेक्ट पेमेंट का लाभ: सही बैंक अकाउंट लिंक होने पर PF निकासी (PF Withdrawal) और अन्य लाभ सीधे कर्मचारी के बैंक खाते में ट्रांसफर हो सकेंगे।
कैसे करें UAN से बैंक अकाउंट लिंक?
यदि आप अपने UAN से नया बैंक अकाउंट लिंक करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए आसान स्टेप्स को फॉलो करें:
-
EPFO Unified Member Portal (https://unifiedportal-mem.epfindia.gov.in) पर जाएं।
-
अपने UAN और पासवर्ड की मदद से लॉग इन करें।
-
Manage सेक्शन में जाकर KYC (Know Your Customer) ऑप्शन पर क्लिक करें।
-
बैंक डिटेल्स (Account Number, IFSC Code) दर्ज करें।
-
दर्ज किए गए विवरण को सेव करें और अपडेट (EPFO New Rules) करने के लिए सबमिट करें।
-
EPFO आपके बैंक अकाउंट की डिटेल्स को वेरिफाई करेगा। वेरिफिकेशन पूरा होने के बाद आपका बैंक अकाउंट लिंक हो जाएगा।
क्या Employer की भूमिका पूरी तरह खत्म हो गई है?
हालांकि नए नियम के तहत कर्मचारी खुद से बैंक अकाउंट लिंक कर सकते हैं, लेकिन नियोक्ता की भूमिका पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। यदि कर्मचारी (EPFO New Rules) को कोई अन्य अपडेट (जैसे कि नाम या जन्मतिथि सुधार) करना हो, तो इसके लिए अभी भी नियोक्ता की मंजूरी की जरूरत पड़ेगी।
EPFO के इस बदलाव का उद्देश्य
EPFO का मुख्य उद्देश्य डिजिटल सेवाओं को बढ़ावा देना और प्रक्रियाओं को सरल बनाना है। इस नए बदलाव से कर्मचारियों को अपने PF खाते को मैनेज करने में अधिक स्वतंत्रता मिलेगी और उन्हें नियोक्ता की मंजूरी के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
Read also: खुशखबरी! ₹2000 खाते में आए या नहीं? अभी चेक करें PM Kisan Beneficiary List में आपका
निष्कर्ष
EPFO के नए नियम के तहत अब कर्मचारियों को अपने UAN से बैंक अकाउंट लिंक करने के लिए अपने नियोक्ता की मंजूरी नहीं लेनी होगी। यह बदलाव (EPFO New Rules) कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत है, क्योंकि इससे बैंक अकाउंट अपडेट करने की प्रक्रिया तेज और आसान हो जाएगी। यदि आप भी अपने EPF खाते में बैंक डिटेल्स अपडेट करना चाहते हैं, तो अब यह काम ऑनलाइन कुछ ही मिनट में हो सकता हैं।