29 जनवरी 2025 को प्रयागराज के संगम घाट पर महाकुंभ के दौरान मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर भगदड़ मच गई। लाखों श्रद्धालु संगम पर स्नान करने के लिए इकट्ठा हुए थे।
घटना उस समय हुई जब अत्यधिक भीड़ के दबाव के कारण कुछ लोग गिर पड़े और अफरा-तफरी मच गई। इसके बाद भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई।
भगदड़ के बाद प्रशासन और पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को अस्पताल भेजा गया।
बिहार के पटना निवासी नलिन कुमार ने बताया कि भीड़ के अत्यधिक दबाव से धक्का-मुक्की हुई और कई लोग गिर गए। इस दौरान चीख-पुकार मच गई।
मध्यप्रदेश के मुरैना के प्रत्यक्षदर्शी भगवंत सिंह ने कहा कि लोग एक-दूसरे से टकरा गए, जिससे भगदड़ मच गई। घायल लोग खड़े नहीं हो पाए और अफरा-तफरी मच गई।
कुछ लोगों का कहना है कि बैरिकेडिंग और बेकाबू भीड़ के कारण रास्ता अवरुद्ध हो गया, जिससे हादसा हुआ।
स्नान घाट पर बेचैनी की वजह से कुछ महिलाएं बेहोश होकर गिर गईं। अफवाहों के कारण लोग एक-दूसरे को कुचलते हुए भागने लगे।
दो दर्जन से अधिक एंबुलेंस घटनास्थल पर पहुंचीं और घायलों को महाकुंभ के केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया।
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने श्रद्धालुओं से अफवाहों पर ध्यान न देने और संयम बरतने की अपील की। प्रशासन ने स्थिति पर नियंत्रण बनाए रखा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि वे संगम की बजाय नजदीकी घाटों पर स्नान करें और प्रशासन द्वारा निर्धारित नियमों का पालन करें।