यदि आप इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो आप के लिए CDAC कोर्स वन ऑफ़ द बेस्ट करियर ऑप्शन होगा सकता है क्योंकि यह कोर्स आप इंजीनियरिंग कंप्लीट करने के बाद कर सकते हैं जिससे आपको जॉब मिलने में आसानी होगी आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको CDAC कोर्स से संबंधित सभी प्रकार की जानकारियां प्रदान करेंगे इसलिए आर्टिकल “CDAC कोर्स क्या होता है?” को अंत तक जरूर पढ़ें.
CDAC कोर्स का फुल फॉर्म क्या होता है?
CDAC कोर्स का फुल फॉर्म Center for Development of Advanced Computing (सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस कंप्यूटिंग) होता है.
CDAC कोर्स कितने साल का होता है?
CDAC कोर्स 6 महीने से लेकर 1 वर्ष तक की अवधि का होता है.
CDAC कोर्स क्या है?
CDAC एक शिक्षण संस्थान है जो पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री कराता है जिसमें एडमिशन के लिए इंजीनियरिंग की ग्रैजुएट डिग्री होनी चाहिए CDAC इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से संबंधित एक अर्धसरकारी सॉफ्टवेयर कंपनी है जो इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स को कई तरह के कोर्स उपलब्ध करवाती है जिससे वे अपना कैरियर बना सके कोई भी इंजीनियरिंग उत्तीर्ण स्टूडेंट CDAC कोर्स के लिए आवेदन कर सकता हैं CDAC में एडमिशन के लिए C- CAT का एग्जाम देना होगा मेरिट के अंकों के आधार पर आप किसी भी कॉलेजों में प्रवेश ले सकते हैं.
CDAC कोर्स के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए?
- CDAC कोर्स करने के लिए विद्यार्थी इंजीनियरिंग का स्टूडेंट होना चाहिए इंजीनियरिंग के किसी भी प्रोफेशन में ग्रैजुएशन की डिग्री होनी चाहिए.
- CDAC कोर्स में ऐडमिशन के लिए विद्यार्थी को प्रवेश परीक्षा पास करनी होगी प्रवेश परीक्षा में आवेदन के लिए स्टूडेंट की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए.
- इंजीनियरिंग से संबंधित सभी प्रकार की स्किल होनी चाहिए.
CDAC कोर्स का सिलेबस क्या है?
CDAC कोर्स में विद्यार्थियों को निम्नलिखित विषयों के बारे में पढाया जाता है.
- प्रोग्रामिंग भाषाएँ जैसे- C++, जावा, पाइथन
- डेटा प्रबंधन
- एल्गोरिदम्स और डेटा स्ट्रक्चर
- वेब डेवलपमेंट- वेब डिजाइन, वेब एप्लिकेशन डेवलपमेंट, डेवलपमेंट के मूल सिद्धांत
- ऑपरेटिंग सिस्टम- विंडो, लाइनक्स. नेटवर्किंग, डिजिटल सिग्नल प्रोग्रामिंग
- सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग- टेस्टिंग, मेंटेनेंस
- साइबर सुरक्षा- क्रिप्टोग्राफी, नेटवर्क सुरक्षा,
- डेटा साइंस
- मशीन लर्निंग
CDAC कोर्स करने के बाद जॉब प्रोफाइल
- सॉफ्टवेयर डेवलपर
- डेटा साइंटिस्ट
- साइबर सुरक्षा एक्सपर्ट
- वेब डेवलपर
- डेटा एनालिस्ट
- नेटवर्क इंजीनियर आदि
CDAC कोर्स के लिए भारत के टॉप कॉलेज
- Sunbeam Karar
- C- DAC Knowledge Park
- C- DAC Kharghar
- C-DAC Bangalore
- Sunbeam Pune
- IACSA
- C- DAC Hyderabad
- VITA
- C-DAC Head Quarters Pune
CDAC कोर्स की फीस कितनी होती है?
CDAC कोर्स की फीस आपके द्वारा चुने गए शिक्षण संस्थान पर निर्भर करती है आम तौर पर CDAC कोर्स की फीस 80 ह़जार रुपये से लेकर ₹1,30,000 तक होती है यह एक अनुमानित आंकड़ा है क्योंकि सभी कॉलेजों में अलग अलग फीस होती है.
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CDAC कोर्स करने के बाद सैलरी कितनी मिलती है?
CDAC कोर्स करने के बाद सैलरी आपके पोस्ट, अनुभव और कार्यक्षेत्र पर निर्भर करती है अलग अलग पोस्ट के लिए सैलरी अलग अलग हो सकती है किन्तु आप लगभग ₹4,00,000 से लेकर ₹15,00,000 प्रतिवर्ष तक कमा सकते हैं.
उम्मीद है कि आपको आज का हमारा लेख ‘CDAC कोर्स क्या है?’ पसंद आया होगा यदि आप ऐसे ही किसी अन्य विषय के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हमें कमेंट कर सकते हैं.