आज के इस आर्टिकल में हम आपको CISF क्या है इसके बारे में पूरी जानकारी प्रदान करेंगे यदि आप CISF में जाना चाहते है और इससे जुडी सभी बाते जानना चाहते है तो इस आर्टिकल ” CISF क्या होता है? सम्पूर्ण जानकारी” को अंत तक जरूर पढ़ें.
CISF का फुल फॉर्म क्या होता है?
CISF का फुल फॉर्म Central Industrial Security Force (सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्युरिटी फोर्स) होता है हिंदी में इसे केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल कहते है.
CISF क्या होता है?
CISF यानी सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्युरिटी फोर्स, सेंट्रल रिज़र्व पुलिस फोर्स का एक हिस्सा है जिसका आदर्श वाक्य संरक्षण और सुरक्षा है.
CISF पुलिस बल या पुलिस संगठन है जिसे देश में सरकारी संस्थानों और इंडस्ट्रियल यूनिट्स की सुरक्षा को सुविधाजनक बनाने के लिए डिजाइन किया गया है इसलिए इसमें पर्याप्त रूप से योग्य अधिकारी होते हैं जो इंडस्ट्रीज़ और बिल्डिंग में चोरी और अन्य अपराधों को रोकते है.
CISF की स्थापना कब हुयी?
CISF की सथापना 1969 में भारतीय संसद द्वारा एक अधिनियम के माध्यम से की गई थी.
CISF का हेड क्वार्टर कहाँ है?
CISF का हेड क्वार्टर न्यू दिल्ली में स्थित है.
CISF का नेतृत्व कौन करता है?
CISF का नेतृत्व एक भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी द्वारा किया जाता है जो डायरेक्टर जनरल के पद पर होता है जिसे एडिशनल डायरेक्टर के रैंक में एक आइपीएस अधिकारी द्वारा सहायता प्रदान की जाती है.
CISF का पुलिस बल में स्थान क्या है?
CISF दुनिया की सबसे बड़ी इंडस्ट्रियल सिक्युरिटी फोर्स की एक यूनिट है जिसमें 1,70,000 से ज्यादा ऐक्टिव पर्सन काम करते हैं इसके अलावा लगभग 356 से ज्यादा इंडस्ट्रीज़ यूनिट्स को CISF अपने प्रोटेक्शन और गाइडेंस में रखती है जिसमें 13 प्राइवेट इंडस्ट्रीज़ भी शामिल है और ये उन सभी को अंतिम सुरक्षा प्रदान करते हैं.
CISF ज्वाइन करने के लिए योग्यता क्या होती हैं
- जिन उम्मीदवारों ने 18 वर्ष की आयु प्राप्त कर ली है वो इसके लिए एलिजिबल हो जाते हैं.
- CISF ज्वाइन करने के लिए अधिकतम आयु 23 वर्ष निर्धारित की गयी है.
- CISF ज्वाइन करने के लिए उम्मीदवार 10th पास होना चाहिए. (कॉन्स्टेबल कैटगरी)
- CISF ज्वाइन करने के लिए उम्मीदवार 12th पास होना चाहिए. (हेड कांस्टेबल या अन्य उच्च पद)
CISF को कहाँ तैनात किया जाता है?
- हाइड्रोइलेक्ट्रिक/थर्मल पावर प्लांट्स
- एटॉमिक पावर प्लांट
- स्पेस इन्स्टॉलेशन
- माइंस
- ऑइल फील्ड
- मेजर पोर्ट्स
- स्टील प्लांट्स
- फर्टिलाइज़र यूनिट्स
- एअरपोर्ट
- करेंसी नोट प्रेस
आदि के घोटालों, चोरी, धोखाधड़ी और अन्य तरीकों से बचाता है और सभी डिपार्टमेंट्स को सुरक्षा प्रदान करता है CISF गृह मंत्रालय के अधिकार में काम करती है.
CISF को कितने सेक्टर में बांटा गया है?
CISF को कुल 9 सेक्टर में बांटा गया है जोकि निम्नलिखित है-
सेक्टर | हेड क्वार्टर |
उत्तरी सेक्टर | न्यू दिल्ली |
दक्षिणी सेक्टर | चेन्नई |
पूर्वी सेक्टर | पटना |
पश्चिमी सेक्टर | मुंबई |
उत्तर-पूर्व सेक्टर | कोलकाता |
एयर पोर्ट सेक्टर | न्यू दिल्ली |
CISF को 9 भागों में बांटा गया है किन्तु यहाँ सिर्फ 6 के बारे में बताया गया है.
CISF किन मेजर प्लेसेस पर सेक्युरिटी प्रदान करता है?
CISF वर्तमान में 58 से अधिक हवाई अड्डों को सुरक्षा प्रदान कर रहा है जिनमे 18 अति संवेदनशील एयरपोर्ट्स भी शामिल है CISF नेशनल कैपिटल दिल्ली में सभी मेट्रो स्टेशन को सिक्योरिटी प्रोवाइड करता है इसके अलावा CISF 13 मेजर सी पोर्ट्स को सुरक्षा प्रदान करता है.
CISF प्राइवेट क्षेत्र में इन्फोसिस, टाटा, रिलायंस इंडस्ट्रीज़, पतंजलि फूड एंड हर्बल पार्क प्राइवेट लिमिटेड को भी सिक्योरिटी प्रोवाइड करती है जिसके लिए सरकार को ये सारे प्राइवेट सेक्टर्स अमाउंट प्रोवाइड करते है.
CISF को सेंसिटिव एरियाज में इलेक्शन के दौरान भेजा जाता है साथ ही साथ सेंट्रल और स्टेट गवर्नमेंट की फोर्सेस को भी ट्रेनिंग देने के लिए इनवाइट किया जाता है.
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CISF को सैलरी कितनी मिलती है?
CISF को सातवें पे कमीशन के अनुसार कॉन्स्टेबल पद के लिए ₹21,700 से लेकर ₹69,100 प्रतिमाह वेतन प्रदान किया जाता है वेतन के अलावां CISF को कई तरह के भत्ते भी दिए जाते है.
उम्मीद है कि आपको आज का हमारा आर्टिकल “CISF क्या होता है? सम्पूर्ण जानकारी” पसंद आया होगा यदि आपको ऐसे ही किसी अन्य विषय के बारे में जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेन्ट कर सकते है.