Maha Kumbh New Rules: महाकुंभ 2025 का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में हो रहा है, जिसमें लाखों श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं। 29 जनवरी से 3 फरवरी के बीच महाकुंभ में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं, जिनका उद्देश्य श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करना है। इसके बारे में आर्टिकल में हम आपको जानकारी देंगे –
1.वाहन प्रवेश पर प्रतिबंध:
29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन संगम तट पर हुई भगदड़ की घटना के बाद, प्रशासन ने 25 जनवरी से 3 फरवरी तक महाकुंभ क्षेत्र में सभी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस दौरान सभी वाहन पास निष्प्रभावी कर दिए गए हैं, जिससे केवल पैदल ही श्रद्धालु मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकते हैं।
2.सुरक्षा व्यवस्था में सुधार:
भगदड़ की घटना के मद्देनज़र, प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा किया है। संगम क्षेत्र में पांटून पुल खोले गए हैं, जिससे श्रद्धालु आसानी से संगम तक पहुंच सकें। साथ ही, वीवीआईपी पास रद्द कर दिए गए हैं, ताकि सभी श्रद्धालु समान रूप से मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकें।
3.ट्रैफिक डायवर्जन और पार्किंग:
महाकुंभ क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है, जिससे वाहनों की आवाजाही कम हो गई है। मीडिया कर्मियों को अपने वाहनों को नज़दीकी पार्किंग स्थलों पर पार्क करने का निर्देश दिया गया है, और आगे की यात्रा के लिए जीपीएस निर्देशों का पालन करने को कहा गया है।
4.स्नान पर्वों की तिथियों में बदलाव:
29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन हुए भगदड़ की घटना के बाद, प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनज़र स्नान पर्वों की तिथियों में बदलाव किया है। 3 फरवरी को वसंत पंचमी के अवसर पर तीसरा अमृत स्नान आयोजित किया जाएगा, जिसमें लाखों श्रद्धालुओं के संगम में डुबकी लगाने की संभावना है।
5.आपदा प्रबंधन बल की तैनाती:
संगम क्षेत्र में आपदा प्रबंधन बल को अलर्ट मोड पर रखा गया है, और सभी घाटों पर एनडीआरएफ की टीमें और गोताखोर तैनात किए गए हैं। साथ ही, एंबुलेंस और अस्थायी अस्पताल भी बनाए गए हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में Emergency सहायता प्रदान की जा सके।
6.मीडिया कवरेज और पास व्यवस्था
मीडिया कर्मियों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है, जिसमें वाहनों को नज़दीकी पार्किंग स्थलों पर पार्क करने और आगे की यात्रा के लिए जीपीएस निर्देशों का पालन करने का निर्देश दिया गया है। इससे मीडिया कर्मियों को मेला क्षेत्र में सुगमता से पहुंचने में सहायता मिल रही है।
7. श्रद्धालुओं के लिए मार्गदर्शन
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मार्गदर्शन और सूचना केंद्र स्थापित किए गए हैं, जहां उन्हें मेला क्षेत्र, स्नान पर्वों की तिथियों, सुरक्षा उपायों और अन्य आवश्यक जानकारी प्रदान की जा रही है। इससे श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र में सुगमता से मार्गदर्शन मिल रहा है।